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हांसी6 मिनट पहले
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- जिन लोगों ने फैमिली आईडी में अपनी सालाना आमदनी 25 हजार से कम लिखवाई है, उनकी जांच की जाएगी
सरकारी सुविधाओं का फायदा उठाने के लिए परिवार पहचान पत्र में दी गई जानकारियों की अब बीएलओ जांच करेंगे। नगर परिषद कार्यालय में एडीसी अनीश यादव ने अधिकारियों की बैठक ली। बीएलओ व अन्य कर्मचारियों को वेरिफिकेशन करने के लिए कहा गया है। शहर में ऐसे अभी 1089 लोग चिह्नित किए गए हैं। इनकी बूथ स्तर पर जांच होगी। जांच के बाद इनका डाटा अपडेट किया जाएगा। अभी बूथ स्तर पर ऐसे लोगों का डाटा उठाया गया है। भविष्य में सबकी ऐसे जांच की जाएगी।
परिषद कार्यालय में हुई बैठक में मुख्य रूप से परिवार पहचान पत्र के बारे में मीटिंग की गई। मीटिंग में एडीसी अनीश यादव के अलावा नगर परिषद के ईओ संजय रोहिल्ला, एमई देवेंद्र गक्खड़, एमई जयवीर सिंह, जेई राहुल सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
गलत जानकारी देने वालों को याजनाओं का लाभ नहीं
एडीसी ने कर्मचारियों को निर्देश दिए कि परिवार पहचान पत्र बनाने में तेजी लाई जाए तथा इसमें सही जानकारी भरी जाए। सरकार द्वारा फैमिली आईडी में दी गई जानकारी के अनुसार जरूरतमंद लोगों की सहायता के लिए सरकारी योजनाएं तैयार की जा रही हैं।
यह योजनाएं उन तक पहुंचे, इसके लिए लोगों की जांच की जा रही है कि उन्होंने अपनी जानकारियां सही दी है या नहीं दी है। गलत जानकारी देने वालों को सुविधाएं नहीं मिलेंगी। जिन्होंने अपनी सालाना आमदनी 25 हजार से कम लिखवाई है। उनकी जांच की जाएगी।
बूथ-वार्ड वाइज टीम करेगी मैपिंग, कोई परिवार छूटे नहीं
इस बैठक में टीम लीडर बीएलओ, बीएलओ, सक्षम युवा व अन्य कर्मचारी मौजूद थे। एडीसी ने कहा कि परिवार पहचान पत्र प्रदेश सरकार का महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है। इससे हर परिवार की विशिष्ट पहचान होगी। परिवार में पहले से कोई सरकारी योजना का लाभ उठा रहा है तो उसकी जानकारी देनी होगी।
सरकार की ओर से जनकल्याणकारी योजनाओं व कार्यक्रमों का लाभ पहुंचाने में परिवार पहचान पत्र मदद करेगा। इसलिए सभी परिवारों का सही जानकारी के साथ परिवार पहचान पत्र बनना अनिवार्य है। परिवार पहचान पत्र की विशिष्ट पहचान से सरकारी दस्तावेज या प्रमाण पत्र बनवाने में आमजन को आसानी होगी। शहरी एरिया में कार्य को प्रमुखता से पूरा करने के लिए बूथ व वार्ड स्तर पर टीम बनाई गई है व फैमिली मैपिंग की जाएगी, ताकि कोई परिवार बिना पहचान पत्र के ना रहे।
परिवार पहचान पत्र बनाने का 80 प्रतिशत कार्य पूरा
परिवार पहचान पत्र बनाने का कार्य लगभग 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है। लेकिन अधिकांश द्वारा फैमिली आईडी में अपनी जानकारियां गलत दी गई हैं। परिषद द्वारा त्रुटियां दूर करवाने के लिए कई बार कैंप भी लगाए जा चुके हैं।