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हिसार3 घंटे पहले
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एचएयू के गैर शिक्षक संघ द्वारा 6 अप्रैल काे विवि में डिप्टी स्पीकर काे बुलाने और मांगाें काे लेकर ज्ञापन साैंपने का रिटायर्ड कर्मचारी संघ ने गुरुवार काे बैठक कर विरोध जताया। उन्होंन कहा कि विवि में मांगाें के लिए ज्ञापन देने के लिए राजनीतिक लाेगाें काे नहीं बुलाना चाहिए था। हालांकि गैर शिक्षक संघ के प्रधान ने आराेप काे बेबुनियाद बताया है।
इस संबंध में गुरुवार काे एचएयू के रिटायर्ड कर्मचारी संघ की बैठक प्रधान अशोक अठवाल की अध्यक्षता में वेटरनरी कालेज कैंटीन में हुई। इसमें गैर शिक्षकों की मांगों का समर्थन करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब विश्वविद्यालय के गैर शिक्षक कर्मचारी संगठन द्वारा अपनी मांगों को पूरा करवाने के लिए अपना मांग पत्र विश्वविद्यालय के कुलपति को न सौंपने की बजाय सत्ता दल के नेता डिप्टी स्पीकर को सौंपा गया।
ऐसा होने से विश्वविद्यालय की विश्वसनीयता एवं स्वायतता पर सवाल खड़े हुए हैं। कहा कि छह अप्रैल काे विवि में अायाेजित कार्यक्रम में वीसी ओर कुल सचिव शामिल नहीं हाे सके थे। जिस पर गैर शिक्षक कर्मचारी संगठन ने डिप्टी स्पीकर काे ज्ञापन साैंपा था।
वक्ताओं ने कहा कि संघ विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग करता है कि शीघ्र ही गैर शिक्षक संगठन को बुलाकर उनकी जायज मांगों को लागू किया जाए व विश्वविद्यालय को राजनीतिक अखाड़ा न बनाया जाए ताकि किसी भी वर्ग की भावनाओं को ठेस न पहुंचे। संघ ने निर्णय लिया है कि रिटायर्ड कर्मचारियों की लम्बित मांगों को लेकर एक शिष्टमंडल शीघ्र ही विश्वविद्यालय के कुलपति से मिलेगा।
डिप्टी स्पीकर काे विवि में अलग से नहीं बुलाया गया था। डिप्टी स्पीकर पहुंचे ताे उन्हें मांगाें काे पूरा कराने के संबंध में माैखिक रूप से मांग की गई थी। बुलाने का आराेप गलत है।
– दिनेश कुमार, प्रधान, गैर शिक्षक कर्मचारी संघ, एचएयू, हिसार।