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जगाधरी12 घंटे पहले
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जगाधरी| बाइक से किसान यूनियन का झंडा उतारने पर विरोध करने पहुंचे किसानों को समझाते चौकी इंचार्ज।
- भाजपा के कार्यक्रम की सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों ने उतारा था भाकियू का झंडा
- बाद में पुलिस ने आश्वासन दिया, आगे से ऐसा नहीं होगा, तब किसान माने
जिले में मंगलवार को भाजपा का स्थापना दिवस मनाया गया। भाजपा नेताओं के जगाधरी में कई कार्यक्रम थे। इसे लेकर जगह-जगह पुलिस तैनात की गई थी। वहीं, कुछ किसानों ने शिक्षा मंत्री के केसर नगर एरिया में पहुंचने पर उनका विरोध करते हुए नारेबाजी की। इस घटना के बाद पुलिस और सतर्क हो गई तभी दो युवा किसान यूनियन का झंडा लगी बाइक पर बूड़िया गेट चौकी के पास से निकले तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया। पुलिस को लगा कि ये लोग भाजपा के कार्यक्रम में विरोध करने जा रहे हैं। यहां पर विवाद हो गया।
पुलिस ने उन्हें बाइक से झंडा उतारने को कहा, लेकिन उन्होंने झंडा नहीं उतारा, इसी बीच पुलिस ने जबरदस्ती झंडा उतार दिया और कहा कि अगर दोबारा बाइक पर झंडा लगाया को केस दर्ज होगा। दोनों युवकों ने यह बात भाकियू नेताओं को बताई। इसके बाद किसान नेता बूड़िया गेट चौकी पर पहुंच गए। यहां पुलिस चौकी के सामने सड़क पर बैठ गए और जाम लगा दिया। वहीं नारेबाजी की।
पुलिस को किसानों को मनाना मुश्किल हो गया। हालांकि बाद में पुलिस कर्मी ने अपनी गलती मानी। वहीं, अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि आगे से इस तरह की घटना नहीं होगी। तब किसान माने और वहां से चले गए।
झंडा लगाकर कोई जुर्म नहीं किया : मंदीप
भारतीय किसान यूनियन के डायरेक्टर मंदीप रोड छप्पर ने बताया कि सुबह गोबिंदपुरा निवासी मनिंद्र पाल सिंह और गढ़ी बंजारा निवासी परमीत सिंह दोनों बाइक पर जगाधरी से किसी काम से जा रहे थे। बाइक पर किसान यूनियन के झंडे लगे हुए थे। बूड़िया गेट चौकी के पास पुलिस चेकिंग कर रही थी। दोनों को पुलिस ने रोक लिया। एक पुलिसकर्मी ने कहा कि झंडा उतार दें। झंडा उतारने का दबाव डाला।
बाइक पर झंडा वेल्डिंग कराया हुआ था। जिससे झंडा आसानी से नहीं उतरा। आरोप है कि एक इंस्पेक्टर आया तो उसने झंडा उतारकर दे दिया और कहा कि आगे से लगाया तो केस दर्ज होगा। मंदीप ने बताया कि अपने वाहन पर अगर किसानों ने किसान यूनियन का झंडा लगा लिया तो इसमें कोई जुर्म नहीं किया। राजनीतिक पार्टियों के नेता से लेकर वर्कर अपने वाहनों पर झंडा लगाकर रखते हैं। उन पर क्यों नहीं कार्रवाई होती।
जगाधरी में चप्पे-चप्पे पर पुलिस थी तैनात
जगाधरी में सुबह से ही सुरक्षा कड़ी थी। सीआईए से लेकर कई थानों की पुलिस यहां तैनात थी। क्योंकि प्रशासन को डर था कि भाजपा के कार्यक्रम का विरोध करने किसान आ सकते हैं। भाजपा का स्थापना दिवस पर पार्टी कार्यालय में कार्यक्रम था। चप्पे-चप्पे पर पुलिस थी।