Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
पानीपत4 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
इसराना में गेहूं की फसल में लग�
- इसराना में आग ने मचाया तांडव, सैकड़ों ग्रामीणों की मशक्कत से बची गांव की बाकी फसल
- ग्रामीणों ने आग के आसपास फसल पर चलाया ट्रैक्टर, पेड़ों से टहनियां तोड़ बुझाई आग
पानीपत के इसराना में आग ने गेहूं की 22 एकड़ फसल को खाक कर दिया। आग की सूचना पर इसराना और आसपास के दो गांवों के सैकड़ों ग्रामीण मौके पर पहुंचे। ट्रैक्टर से फसल जोतकर और पेड़ों से टहनियां तोड़कर लोगों ने आग बुझाई। 17 एकड़ गेहूं की फसल को खाक देख किसान भावुक हो गया। मौके पर पहुंचे BDPO ने मुआवजे का आश्वासन दिया है। आरोप है कि सूचना के एक घंटे बाद दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंची। किसानों ने इसराना में अस्थाई दमकल केंद्र की मांग की है। आग लगने के कारण का पता नहीं लग पाया है।

फसल को जलती देख भावुक किसान को मनाते BDPO जितेंद्र शर्मा।
इसराना की पलड़ी रोड पर विश्वकर्मा मंदिर के पास गुरुवार दोपहर गेहूं की फसल में अचानक आग लग गई। आग की सूचना पर इसराना, पलड़ी और मांडी गांव के सैकड़ों लोग मौके पर पहुंचे। लोगों ने पहले मिट्टी डालकर और पेड़ों से टहनी तोड़कर आग पर काबू पाने का प्रयास किया। इसके बाद कुछ किसान ट्रैक्टर लेकर मौके पर पहुंचे। उन्होंने आग के चारों तरफ की फसल को नष्ट कर दिया। ताकि आग आगे न फैल पाए।
ग्रामीणों की एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। जिससे आसपास खड़ी करीब 100 एकड़ गेहूं की फसल बच गई। मांडी गांव के किसान राजबीर सिंह ने बताया कि उन्होंने मांडी गांव के किसान से 8 एकड़ और इसराना बाबा सुमेरदास ट्रस्ट से 9 एकड़ की जमीन ठेके पर ली थी। इस भूमि पर गेहूं की फसल थी, जो आग लगने के बाद बर्बाद हो चुकी है।
वहीं, राजेन्द्र की 3 एकड़ व भान की 4 एकड़ गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। बुजुर्ग किसान राजबीर आग से जली 17 एकड़ गेहूं की फसल को देखकर भावुक हो गये। निरीक्षण करने पहुंचे BDPO जितेंद्र शर्मा व थाना प्रभारी के सामने हाथ जोड़ कर रोने लगे।
इसराना में अस्थाई दमकल केंद्र की मांग
ग्रामीणों ने प्रसाशन से इसराना में अस्थाई दमकल केंद्र बनाने की मांग की है। किसान सरदार दलविंदर सिंह, राजसिंह, हवा सिंह, ज्ञानेंद्र कुमार, प्रदीप कुमार, कुलदीप सिंह व बलराज सिंह का कहना है कि आग लगने पर पानीपत से दमकल की गाड़ी बुलानी पड़ती है। गाड़ी को आने में समय लगता है, जिस कारण किसानों को नुकसान झेलना पड़ता है। उन्होंने इसराना में अस्थाई दमकल केंद्र की मांग की है।